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खुलासा : आम आदमी को मिलने वाला है मोदी सरकार की ओर से बड़ा तोहफा।

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धनतेरस, छोटी दीपावली, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज और छठ पूजा से ठीक पहले मोदी सरकार ने रेल यात्रियों को तोहफा दिया है।

भारतीय रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर के मूल को अधिकतम 1.5 गुना से घटाकर 1.4 गुना करने का फैसला किया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस घोषणा के साथ कहा कि 50 फीसदी से कम बुकिंग होने वाली ट्रेनों पर फ्लेक्सी फेयर को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।

मोदी सरकार ने त्योहारों (धनतेरस, छोटी दीपावली, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज और छठ पूजा) से ठीक पहले रेल यात्रियों को खुशखबरी दी है।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘त्योहार पर रेल यात्रियों के लिए सरकार का तोहफा: रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर के मूल को अधिकतम 1.5 गुना से घटाकर 1.4 गुना करने का फैसला किया है।

साथ ही 50% से कम बुकिंग होने वाली ट्रेनों पर फ्लेक्सी फेयर को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।’ रेल मंत्री ने इसकी घोषणा के साथ एक वीडियो भी ट्वीट किया है।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि ऐसी ट्रेनों से फ्लेक्सी फेयर पूरी तरह से हटाया जा रहा है, जिनमें 50 फीसदी से कम सीटों की बुकिंग होती है।

साथ ही रेलवे ने फैसला किया है कि सभी ट्रेनों के लिए फ्लेक्सी फेयर की अधिकतम सीमा को टिकट के बेस फेयर को घटाकर 1।5 गुना से 1।4 गुना किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मंत्रालय का फैसला रेलवे और यात्रियों दोनों के लिए फायदेमंद है। एक ओर इससे जहां यात्रियों पर किराये का बोझ कम होगा तो दूसरी ओर रेलवे टिकटों की डिमांड बढ़ने से रेलवे को भी लाभ होगा।

रिपोर्ट्स के अनुसार, रेलवे की ओर से 15 उन ट्रेनों (हावड़ा-पुरी राजधानी, कालका-नई दिल्ली शताब्दी, चेन्नई-मदुरै दुरंतो एक्सप्रेस व अन्य) से फ्लेक्सी फेयर पूरी तरह से हटा लिया गया है, जिनमें कम सीटों पर बुकिंग होती थीं।

रेलवे की ओर से जानकारी दी गई है कि ऑफ सीजन के दौरान 32 गाड़ियों (इंदौर दुरंतो, जयपुर दुरंतो, बिलासपुर राजधानी, अमृतसर शताब्दी, काठगोदाम-आनंदविहार शताब्दी, रांची राजधानी व अन्य) पर यह व्यवस्था लागू नहीं होगी। इस दौरान 101 ट्रेनों पर यह व्यवस्था लागू रहेगी।

बताते चलें कि पिछले एक साल से फ्लेक्सी फेयर हटाए जाने को लेकर रेलवे विचार-विमर्श कर रहा था।

गौरतलब है कि शताब्दी, दुरंतो और राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु के कार्यकाल में फ्लेक्सी फेयर की व्यवस्था लागू की गई थी। इस व्यवस्था की शुरूआत में 46 शताब्दी, 52 दुरंतो और 44 राजधानी ट्रेनों को शामिल किया गया था।

दरअसल इस व्यवस्था के तहत एक तय सीमा तक टिकटों की बुकिंग होने के बाद किराये में 10 फीसदी की बढ़ोतरी होती थी। यह 10 से 50 फीसदी तक हो सकती थी।