कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी का पलटवार।

कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी का पलटवार।

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भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का घेराव करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्हें सवाल पूछने का कोई हक नहीं है।

भ्रष्टाचार के मुदे पर एक बार फिर भाजपा ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का घेराव करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मुदे पर उन्हें सवाल पूछने का कोई हक नहीं है।

संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर पांच हजार करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप भी लगाया है। पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी कालेधन का इस्तेमाल कर चुके हैं, जबकि उनके परिवार का संबंध हवाला कंपनी से है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘राहुल गांधी ने फर्जी कंपनी से लोन किया था। किंगफिशर मामले में वह बैकफुट पर हैं। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को गांधी परिवार का आशीर्वाद प्राप्त है।’

उन्होंने कहा कि कभी-कभी लगता है कि किंगफिशर एयरलाइंस माल्या की नहीं बल्कि गांधी परिवार की थी। किंगफिशर एयरलाइंस के जरिए गांधी परिवार को फायदे मिले, वो पब्लिक डोमेन में हैं।’

बता दें कि भारतीय बैंकों को 9 हजार करोड़ का चूना लगाकर विदेश भागे विजय माल्या ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की बात कही थी। जिसके बाद से इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई है।

कांग्रेस अरुण जेटली का इस्तीफा मांग रही है और उनसे सवाल पूछ रही है कि उन्होंने माल्या से मुलाकात की जानकारी सीबीआइ और इडी को पहले क्यों नहीं दी। हालांकि भाजपा ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार किया है।

वहीं, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने फेसबुक पर बयान जारी कर माना कि माल्या के देश छोड़ने से पहले उनकी मुलाकात हुई थी।

लेकिन मामला वैसा नहीं है जैसा बताया जा रहा है। जेटली का कहना है कि माल्या का यह बयान तथ्यात्मक रूप से गलत है, क्योंकि इससे सच सामने नहीं आ रहा है।

विजय माल्या ने बुधवार को लंदन में पेशी के दौरान बयान दिया कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री से मुलाकात की थी और बैंकों से सेटलमेंट का ऑफर भी दिया था। गौरतलब है कि जिस समय माल्या देश छोड़कर गए, उस समय अरुण जेटली वित्त मंत्री थे।