काम की खबर : बचाई अपने बालों को सफेद होने से।

काम की खबर : बचाई अपने बालों को सफेद होने से।

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एक उम्र के बाद बालों का सफेद होना हमेशा से आम माना गया है। पर अब सफेद बाल उम्र देखकर नहीं आते। 55 साल की मिश्रा जी की सफेद बालों से परेशान है तो 18 साल की दीप्ति भी। 15 साल के रितेश के बालों में भी सफेदी झांकती है। तो 57 साल की मिसेस उपाध्याय भी बालों में चढ़ते सफेद रंग को छिपाने की कोशिश में लगी हुई हैं।

अब काले बालों को सफेदी के साथ कभी भी, किसी भी उम्र में मिल सकता है। पर इसकी वजह और इलाज क्या है ? वजह है, गलत लाइफस्टाइल और खानपान और कमाल की बात यह है कि सफेद बालों की समस्या का समाधान भी इसके कारणों में ही छिपा हुआ है। समय से पहले बाल सफेद होने के क्या क्या है कारण, आइए जाने।

अनुवांशिक है यह समस्या

सफेद बालों की परेशानी का सामना अगर आप भी कम उम्र से ही कर रही है तो जरा इस विष्य में अपने माता –पिता से उनके अनुभव भी जान लीजिए। संभव है कि उनके बाल भी अपकी तरह ही कम उम्र में ही सफेद हो गए हों। अगर ऐसा है तो तय मानिए कि आपके सफेद बालों की समस्या अनुवांशिक है। यानी अपके बालों के समय से पहले सफेद होने के लिए न तो अप जम्मेदार है, न ही आपकी लाइफस्टाइल और खान पान। अपके सफेद बालों का सीधा संबंध आपके डीएनए से है।

प्रदूषण भी करता है बाल सफेद

प्रदूषण में ऐसे बहुत सारे तव मौजूद होते है, जो बालों की सफेदी के लिए जिम्मेदार हो सकते है। इन्हीं तत्वों में सवसे ज्यादा बाल सफेद होने की वजह वनता है, सीसा। सीसा अकसर वातावरण मेमं मोजूद पेट्रोल के कणों से हम तक पहुँचता है। यह उन लोगों के बालों पर असर करता है।

दही, अंडा और चीज जैसे खाद्य पदार्थ अगर आपको भी पसंद नहीं हैं तो इसका मतलब है कि आप सफेद बालों को खुद ही दावत हे रही है। दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थों में मौजूद विटामिन – बी 12 बालों को जल्दी सफेद होने से रोकता है उनको पोषण भी देता है। सितंबर, 2010 में इंडियन जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट की एक रिपोर्ट में यह माना गया है कि बालों मे होने वाले बदलावों के लए विटामिन बी 12 जिम्मेदार होता है।

पर, यह विटामिन ऐसा करता क्या है? दरअसल मृत माने जाने वाले केरोटिन प्रोटीन से बने बालों के फॉलिकल में मेलानिन होता है। यही मेलानिन बालों की रंगत को बरकरार रखता है। विटामिन बी 12 लाल रक्त कोशिकाओं को बनाता है और मेलानिन को सहेजने वाले फॉलिकल को पोषण देता है।

डेयरी प्रोडक्टस में विटामिन बी-12 की मात्रा ज्यादा होती है। अगर आपको अपने वाले की जरा भी चिंता है तो डेयरी प्रोडक्ट्स को नियमिल रूप से अपनी डाइट का हिस्सा बनाइए। इसके अलावा विटामिन बी – 12 युक्त अन्या खाद्य पदार्थों जैसे मछली, मिट, अंडा, कॉर्नफ्लेक्स और मशरूम आदि को अपनी डाइट मे समुचित मात्रा में शामिल करें।