गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रही हिंसा को लेकर भाजपा ने...

गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रही हिंसा को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना।

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गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हिंसा मामले में सियासी संग्राम थमता नजर नहीं आ रहा है। बीजेपी ने राज्य में फैली हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ बताते हुए इसके पीछे अल्पेश ठाकोर के विरोध को जिम्मेदार ठहराया है।

बता दें कि गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले के बाद वहां से 20 हजार से ज्यादा प्रवासी अपने-अपने राज्यों को लौट गए हैं। हालांकि राज्य के सीएम विजय रूपाणी उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए उनसे वापस लौटने की अपील कर चुके हैं।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर करारा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस और गांधी परिवार उसका नाम है जो सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की हालत अभी जल बिन मछली वाली हो गई है। सत्ता के लिए यह पार्टी देश का अहित से भी पीछे नहीं हटेगी।’ उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल को लॉन्च करने के लिए कांग्रेस ने ये हमले करवाए।

पात्रा ने आरोप लगाया कि अल्पेश कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के करीबी हैं। ठाकोर ने गुजरात में हिंसा को भड़काया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कई राज्यों में हिंसा फैलाने का काम किया है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘मंदसौर आंदोलन, पाटीदार आंदोलन और भीमा कोरेगांव हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ है।’ पात्रा ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने ही गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले कराए।

हमले के आरोप में राज्य में 30 से ज्यादा नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। पात्रा ने आरोप लगाया कि राहुल और अल्पेश के कहने पर कांग्रेसी कार्यकर्ता हिंसा फैलाने पर आमदा हैं।

राज्य सरकार की कोशिशों के कारण कांग्रेस के मंसूबे पर पानी फिर गया है। पीछे से भड़काना, आग लगाने की राजनीति, लोगों को तोड़ना और भ्रांति फैलाना ये कांग्रेस पार्टी का मुख्य उद्देश्य रहा है और इन सबके पीछे एक ही ध्येय है लॉन्च राहुल।

बता दें कि गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले और पलायन के पीछे कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर का नाम सामने आ रहा है। उत्तर भारत खासतौर से यूपी और बिहार से आए ‘बाहरियों’ के विरोध की शुरुआत अल्पेश ने ही की थी।

खास बात यह है कि वह कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रभारी भी हैं। हालात नियंत्रण से बाहर होने के कारण अल्पेश की रणनीति बैकफायर कर गई और अब उनकी पार्टी को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है।

ऐसे में उनकी पार्टी ही नहीं, दोस्तों- पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को भी कहना पड़ा है कि अगर हिंसा के पीछे अल्पेश का हाथ है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

अल्पेश ने कहा कि सरकार लोगों की सुरक्षा करने में नाकाम है और अब उन्हें बदनाम किया जा रहा है। अल्पेश ने आगे कहा, ‘अगर इस तरह की राजनीति होगी तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।’

बेटे की बीमारी का जिक्र करते हुए मीडिया से बातचीत में अल्पेश भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि गुजरात में सिर्फ एक जगह हिंसा हुई है जिसकी वह निंदा करते हैं।