मोदी सरकार द्वारा उठाए गए प्रमुख मुद्दों पर बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

मोदी सरकार द्वारा उठाए गए प्रमुख मुद्दों पर बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

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भाजपा के खिलाफ बन रहे महागठबंधन को खारिज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव जनता बनाम महागठबंधन होगा।

पीएम मोदी ने गांधी परिवार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि यह एक तथ्य है कि जो परिवार को पहले मानते हैं, जिन्होंने 4 पीढ़ियों तक देश चलाया, जो जमानत पर बाहर है और वो भी वित्तीय अनियमितताओं के मामले में, यह एक बड़ी बात है। जो लोग उनकी सेवा में हैं वे इन बातों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने न्‍यूज एजेंसी एनआइ को विभिन्‍न मुद्दों पर विस्‍तार से इंटरव्‍यू दिया, जिसमें राम मंदिर पर अध्‍यादेश, नोटबंदी, काला धन, जीएसटी, कृषि कर्ज माफी, मध्‍यवर्ग के लिए सहुलियतें, देश की प्रमुख संस्‍थाओं का सम्‍मान, राफेल डील, तीन तलाक, सबरीमाला मंदिर मामला, भाजपा का सांग‍ठनिक ढांचा, पांच राज्‍यों में चुनाव, पाकिस्‍तान के साथ सर्जिकल स्‍ट्राइक, पाक से बातचीत, पड़ोसी देशों के साथ संबंध शामिल रहे।

पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए कोई अध्यादेश तभी लाया जा सकता है, जब इस पर कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाए। उन्होंने राम मंदिर को लेकर अदालती कार्यवाही में देरी को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में बाधाएं उत्पन्न कर रहे हैं, इसके चलते राम मंदिर मसले की सुनवाई की गति धीमी हो गई है।

उर्जित पटेल इस्‍तीफे के बारे में 4-5 महीने पहले बोल चुके थे
उर्जित पटेल को लेकर पीएम मोदी ने कहा, उन्होंने खुद निजी कारणों का हवाला देकर इस्तीफा पेश किया। वे मुझे इस्तीफा देने से पहले 4-5 महीने पहले ये बोल चुके थे, उन्होंने यह लिखित में भी दिया था। राजनीतिक दवाब का सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने बतौर आरबीआई गर्वनर काफी अच्छा काम किया।

भाजपा के खिलाफ बन रहे महागठबंधन को खारिज करते हुए उन्‍होंने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव जनता बनाम महागठबंधन होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस तरह के दावों को भी खारिज किया जिसमें कहा जा रहा था कि बीजेपी को 543 में से 180 सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इसी तरह के लोग 2014 के चुनावों में भी ऐसी ही बाते कर रहे थे। इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार के काम को देखते हुए बीजेपी को एक बार फिर जनता का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि मुझे भरोसा है कि यह चुनाव जो जनता की उम्मीदों पर पूरा करते है और जो उनकी आकांक्षाओं को रोकते हैं, उनके बीच होगा। यह 70 साल का तजुर्बा है कि जनता ही निर्णायक है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता बनाम गठबंधन होगा और मोदी तो सिर्फ लोगों के प्यार और आशीर्वाद की अभिव्यक्ति है। बीजेपी के खिलाफ बन रहे गठबंधन को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जनता जानती है कि पहले भ्रष्टाचार का विकेंद्रीकरण था, जो राज्य था वो वहां लूटता था, जो केंद्र में था वो वहां लूटता था। जनता तय करेगी कि क्या उसे उन्हें उन भ्रष्ट ताकतों से साथ जाना है जो एक साथ आ रहे हैं।

कांग्रेस मुक्त भारत को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि कांग्रेस एक सोच है और एक संस्‍कृति है। हिंदुस्तान के राजनीतिक जीवन का वह कल्चर है। यह है भ्रष्‍टाचार, वंशवाद और जातिवाद है। मैं कांग्रेस मुक्त की बात जो करता हूं, उसमें इन बुराइयों से मुक्ति की ही चर्चा है। देश में मजबूत विपक्ष की कमी है, कांग्रेस इस काम को करने में भी असफल रही है।

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी पाकिस्तान के क्रॉस बॉर्डर हमलों पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा, ये सोचना बहुत बड़ी गलती होगी, पाकिस्तान को सुधरने में अभी और समय लगेगा।आतंक का समर्थक पाक अलग-थलग पड़ चुका है।’

पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी झटका नहीं था, हमने कालेधन वालों को पहले ही चेताया था, लेकिन लोगों को लगा कि मोदी भी दूसरे नेताओं की तरह ही हैं इसलिए बहुत कम लोग ही स्वैच्छिक रूप से अपने जमा पैसों का खुलासा करने आगे आए। देश में काला धन के बारे में बार-बार खबरें आती थी, बिस्तरों से नोटों की बौछार होती थी। यह इस बात का सबूत थी कि हमारे देश में एक समानांतर अर्थव्‍यवस्‍था है। नोटबंदी से इस समानांतर अर्थव्‍यवस्‍था पर चोट की गई है।

रेल जब भी पटरी बदलती है तो ट्रेन की गति कुछ धीमी होती है। नोटबंदी के बारे में भी ऐसा है। देश में ईमानदारी का माहौल बना है। समानांतर अर्थव्‍यवस्‍था ने देश को खोखला कर दिया है। नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। नोटबंदी से लोगों की मानसिक सोच बदली है।

पांच राज्‍यों में पराजय के बारे में उन्‍होंने कहा कि मिजोरम और तेलंगाना के बारे में जीत के बारे में सोच नहीं रहे थे। छत्तीसगढ़ में साफ-साफ नतीजा आया लेकिन 2 राज्यों में हमें मिलाजुला परिणाम मिला, इन दोनों राज्यों में मिली हार पर हम चर्चा भी कर रहे हैं और रणनीति बना रहे हैं। आप देखेंगे कि यहां हमारे लोग 15 साल की ऐंटी इन्कम्बैंसी में थे। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दिनों हरियाणा में उप-चुनाव हुए, त्रिपुरा में भी उप-चुनाव हुए, दोनों राज्यों में बीजेपी ने काफी अच्छा परिणाम पाया।

मोदी मैजिक के बारे में उन्‍होंने कहा कि जब लोग कहते हैं कि मोदी लहर खत्म हो गई तो मैं उन लोगों का स्वागत करता हूं, क्योंकि ऐसे में वे कहीं न कहीं मानते हैं कि मोदी मैजिक नाम की कोई चीज है। 2013-14 में अखबार और टीबी डिबेट की खबरों पर नजर डाल कर देखें, जब मोदी लहर को लेकर कुछ लोग कहते थे कि मोदी लहर कुछ नहीं है और कुछ लोगों को हम पर हमेशा शक रहा है। इन लोगों में कुछ लोगों की संख्‍या बढ़ी है और कुछ घटी भी है।

भाजपा के संगठन के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि भाजपा मोदी और शाह के नाम पर चलती है वो लोग भाजपा को नहीं जानते हैं, न समझते हैं। भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, हर स्तर पर अलग-अलग कार्यकर्ता लगे हुए हैं इसलिए पार्टी पर लोगों का भरोसा बड़ा है, पूरे आत्मविश्वास के साथ हमारी पार्टी आगे बढ़ रही है, मॉरल डाउन होने का सवाल नहीं है।

पीएम मोदी ने कहा कि कई तरह के नैरेटिव बना दिए गए हैं कि बीजेपी उत्तर भारतीयों की पार्टी है, सवर्णों की पार्टी है जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। हम चाहते हैं कि हमारे साथी दल भी आगे बढ़ें, हम कभी नहीं चाहेंगे कि हमारे साथी दल न बढ़ें, कांग्रेस यही चाहती है, हमारे साथ ऐसा नहीं है, हम सभी निर्णय मिलकर लेते हैं, राज्य और केन्द्र की राजनीति में फर्क जरूर होता है लेकिन हम हर स्तर पर यही मानते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि यह देश के नागरिकों को बताने की जरूरत होती है कि जीएसटी में केवल भारत सरकार का निर्णय नहीं होता बल्कि जीएसटी काउंसिल में होता है, जिसमें सभी राज्य सरकारें भी होती हैं और भारत सरकार भी उसमें एक पक्ष है, सभी लोग मिल बैठकर निर्णय लेते हैं। संसद में सर्वसम्मति से जीएसटी पारित हुआ, जीएसटी के आने से पहले देश में टैक्स स्लैब क्या था? जीएसटी से पहले 30-40 प्रतिशत टैक्स हुआ करता था और लोग टैक्स देते थे, जीएसटी के आने के बाद करों के भुगतान को आसान बनाया गया, रोजमर्रा की जरूरत वाली चीजों को सस्ता किया गया।

पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग इस सरकार के कार्यकाल में देश छोड़कर भागे हैं, उन्हें आज या कल वापस जरूर लाया जाएगा, रणनीतिक प्रयास, कानूनी प्रक्रिया और संपत्तियों तो जब्त किया गया है, जिन्होंने देश का पैसा चुराया है उन्हें हर पैसे का हिसाब चुकाना होगा।

उन्‍होंने पूछा कि आखिर भागना क्यों पड़ा? अगर पहले जैसी सरकार होती तो उन्हें भागना नहीं पड़ता क्योंकि उन्हें पता है कि देश में रहेंगे तो कानूनों का पालन करना पड़ेगा, अब भागे हैं तो वापस लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, संपत्तियां जब्त की जा रही हैं, विदेशों में भी संपत्तियां जब्त हो रही हैं, नीतियों के जरिए भी ऐसे लोगों को वापस लाने का काम किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि मध्यमवर्ग के बारे में हमें चिंता करनी चाहिए, इसलिए नहीं कि वे हमें वोट देते हैं, बल्कि इसलिए कि वे देश के लिए जरूरी हैं। हमने मेडिकल कॉलेज में सीट बढ़ाई, उड़ान योजना लाई, यह सब मध्यमवर्ग के लिए है। स्टार्ट अप योजना, मुद्रा योजना, सौभाग्य योजना, इनकम टैक्स में रियायत से लेकर बिजली के बिल में रियायत तक हमने मध्‍यवर्ग के लिए काफी काम किया है।

कर्ज माफी के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि झूठ बोलना और गलत बात फैलाना, यह लॉलीपॉप है, जैसे कि उन्होंने कहा किसानों का सारा कर्ज माफ कर दिया। सच यह है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है, उनके अपने सर्कुलर देख लीजिए, उन्हें झूठ नहीं बोलना चाहिए। 2009 चुनाव जीतने के लिए भी कर्ज माफी की घोषणा की गई थी, लेकिन ऐसा क्या है कि कर्ज माफी के बाद भी उनकी समस्या दूर नहीं हो रही है, इसलिए जरूरी है किसानों को मजबूत बनाया जाए। किसानों का बहुत कम वर्ग ऐसा है जो बैंकों से कर्ज लेता है। जो किसान मर रहा है, आत्महत्या कर रहा है वह तो साहूकार से कर्ज लेता है। वह तो बैंकिंग प्रणाली में है ही नहीं, उन्हें कोई फायदा नहीं मिल रहा है। कोई राज्य सरकार अगर कर्ज माफी करती है तो हम उन्हें रोकते नहीं है। स्वामीनाथन की रिपोर्ट के अनुसार तत्कालीन सरकार एमएसपी लागू करती तो किसानों को कर्ज नहीं होता।

पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में विरोधियों की आवाज दबाने के लिए अगर कोई काम होता है तो वह निंदनीय है। पश्चिम बंगाल में हमने खुद यह महसूस किया, हमें कोर्ट के दरवाजे खटखटाए गए। केरल में, कर्नाटक में, जम्मू में, असम में हमारे कार्यकर्ताओं को मारा गया, यह सिर्फ मेरी पार्टी का नहीं बल्कि सभी पार्टियों के लिए सोचने का विषय है।

पीएम मोदी ने कहा कि देश में लींचिंग की घटनाएं शोभा नहीं देतीं हैं, सभ्य समाज को शोभा नहीं देती, यह गलत और निंदनीय है, लेकिन मैं यह पूछना चाहता हूं कि क्या ऐसी घटनाएं इस सरकार में शुरू हुई हैं।

सबरीमाला और तीन तलाक पर छिड़ी बहस पर पीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि अधिकतर इस्लामिक देशों में तीन तलाक बैन है। यहां तक कि पाकिस्तान में भी तीन तलाक पर रोक लगाई गई है, ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यह धर्म या आस्था से जुड़ा मुद्दा नहीं। तीन तलाक का विषय मूल रूप से सामाजिक न्याय और लैंगिग समानता से जुड़ा है, ऐसे में आस्था और इस मुद्दे को बिल्कुल अलग रखना होगा।

वहीं सबरीमाला में 10-50 वर्ष की महिलाओं के प्रवेश को बैन करने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूरे भारत में सभी को समान अधिकार देने की प्रथा रही है, लेकिन कुछ मंदिरों की अपनी मान्यताएं हैं और इसका एक छोटा सा दायरा है। कुछ मंदिरों में पुरुषों का जाना मना है तो कुछ मंदिरों में महिलाओं को प्रवेश ना देने की प्रथा है और पुरुष भी इन मंदिरों में नहीं जाते। ऐसे में सबरीमाला के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की महिला जज का जो फैसला है उसको बारीकी से पढ़ने की जरूरत है। उन्होंने एक महिला जज के नाते इस समस्या को देखकर कुछ सुझाव दिए हैं, कभी ना कभी उन पर भी चर्चा होनी चाहिए।

पीएम ने कहा कि कांग्रेस को यह कहने का हक नहीं कि हम किसी इंस्‍टीट्यूशन का सम्मान नहीं करते क्योंकि कांग्रेस ने ही एनएसइ का गठन किया था, पार्टी के ही एक नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कैबिनट के निर्णय को फाड़ दिया, ये लोग सम्मान की बात करते हैं?

राफेल डील के बारे में विपक्ष के आरोपों पर पीएम मोदी ने कहा कि राफेल पर मेरे ऊपर व्यक्तिगत आरोप नहीं है, संसद में मैंने इस पर विस्तार से जवाब दिया है, सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्णय सुना दिया है। वे सबूत तो दें, देश में चर्चा ये होनी चाहिए कि आजादी के बाद डिफेंस की डील विवादों में क्यों है? डिफेंस डील में दलालों की जरूरत क्यों है? अगर मिशेल को बचाने के लिए कांग्रेस का कोई वर्कर वकील बनकर पहुंच जाता है तो यह चिंता का विषय है। अगर मेक इन इंडिया 70 साल पहले शुरू होता तो इन विदेशी डीलों की जरूरत नहीं होती, मेरा यही लक्ष्य है, मैंने तय किया है कि जितनी गालियां मिलेंगी मैं खाउंगा, जो बोला जाएगा वह सुनूंगा लेकिन देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं होने दूंगा।

पीएम मोदी ने कहा कि ‘उरी में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के कई जवानों को जिंदा जला दिया गया था। इसकी वजह से मेरे साथ-साथ भारतीय सेना के जवान भी बहुत गुस्से में थे, जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई गई।’ प्रधानमंत्री ने बताया कि मैंने उन्हें साफ निर्देश दिए थे कि आपको सफलता मिलती है या आप असफल भी रहते हैं।

इन सबके बारे में मत सोचिएगा लेकिन सूर्योदय से पहले वापस लौट आइएगा। बेवजह के किसी उम्मीद में मत फंसिएगा और न ही इसे आगे बढ़ाइएगा।’ जोर देते हुए उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि ऑपरेशन के दौरान कोई भी सैनिक शहीद हो, इसके लिए साफ तौर पर निर्देश थे कि यदि वह असफल भी होते हैं तो वे सूर्योदय से पहले वापस लौट आएं।

पीएम मोदी ने कहा कि सेना के अफसरों ने डिटेल रिपोर्ट दी, बात वहीं खत्म हो गई लेकिन कुछ लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने शुरू कर दिए, पाकिस्तान के लिए ऐसा करना जरूरी था लेकिन उसी समय हमारे कुछ नेताओं ने भी ऐसा करना शुरू कर दिया, उसी समय सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण शुरू हो गया था।

पहले ही दिन बयान देकर सेना के मनोबल को रौंदने की कोशिश की गई जिस वजह से राजनीति शुरू हुई। सैनिकों के पराक्रम पर बात करना जरूरी है, देश के पीएम होने के नाते उनके पराक्रम का जिक्र करना चाहिए, उनका गौरवगान हम नहीं करेंगे तो कौन करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान का वक्त मेरे लिए चिंताजनक भी था और काफी उत्साहवर्धक भी, सेना के हर जवान के अपनी सीमा में आने तक मैंने सूचना देने के लिए बोला था, इस दौरान मुझे काफी कुछ सीखने को मिला।

पाकिस्‍तान के साथ बातचीत के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत में कभी भी किसी भी सरकार ने, भारत के किसी भी पीएम ने पाकिस्तान के साथ डायलॉग का विरोध नहीं किया, ये हमारी पॉलिसी है। हमारा केवल इतना कहना है कि सीमा पार आतंकवाद के बीच बातचीत नहीं हो सकती।

पीएम मोदी ने कहा कि डोकलाम पर भारत का क्या रहा वह आप देखिए, डोकलाम पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ जिसे धोखा कहा जा सके। चीन समेत पड़ोसियों के साथ संबंध बेहतर हुए हैं।

विदेशी दौरों पर बोले पीएम मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय फोरम काफी हो गए हैं लेकिन पीएम से निचले स्तर का व्यक्ति जाता है तो उसकी चर्चा नहीं होती है। पहले ऐसा होता था कि जब कोई जाता था तो पता भी नहीं चलता था, मेरा ऐसा नहीं है, मैं जाता हूं तो सबसे मिलता हूं, काम करता हूं तो लोगों को पता चलता है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह निर्णय मैं जनता पर छोड़ता हूं कि उन्हें मेरा काम अच्छा लगा या नहीं, मुझे बतौर पीएम अपना काम काफी अच्छा लगा। मुझे हर काम में आनंद आया है, मैं खुश होकर काम करता हूं। मैं लुटियन दुनिया को न अपने में ला सका हूं न अपना बना पाया हूं।