कर्णी सेना को बड़ी खुशखबरी, BJP के बाद अब कांग्रेस भी आयी...

कर्णी सेना को बड़ी खुशखबरी, BJP के बाद अब कांग्रेस भी आयी साथ और कहा….

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कर्णी सेना
कर्णी सेना

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के विरोध में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह भी उतर गए हैं। दोनों नेताओं ने फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ को ठीक नहीं बताया है। बता दें कि पद्मावत गुरुवार को पर्दे पर रिलीज हुई है। चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में यह फिल्म रिलीज नहीं हो रही है।

वीके सिंह ने कहा कि जब चीजें सहमति से नहीं होती है तो वहां गड़बड़ी होती है। उन्होंने कहा, ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता इतिहास को तोड़फोड़ करने की इजाजत नहीं देती है। तो जो विरोध कर रहे हैं उनके साथ बैठ के इसको सुलझाया जाए। जब चीजें सहमति से नहीं होती हैं तो फिर उसमें गड़बड़ होती है।’

नर्मदा यात्रा कर रहे मध्य प्रदेश के सीएम दिग्विजय ने भी फिल्म का यह कहते हुए विरोध किया है कि तथ्यों से परे इतिहास को नहीं दिखाया जाना चाहिए। पूर्व सीएम ने कहा, ‘किसी भी धर्म और जाति तथा ऐतिहासिक तथ्य से हटकर किसी फिल्में नहीं बननी चाहिए। अगर इससे किसी जाति या धर्म को ठेस पहुंचती है तो वैसी फिल्में नहीं बननी चाहिए। इतिहास के साथ छेड़छाड़ वाली फिल्में नहीं बननी चाहिए।’

गौरतलब है कि राजपूत करणी सेना भंसाली की फिल्म पद्मावत का भारी विरोध कर रही है। करणी सेना का आरोप है कि इस फिल्म में रानी पद्मावती के चरित्र को सही तरीके से नहीं दिखाया जा रहा है। कई राज्यों में इस फिल्म को रिलीज नहीं किया जा रहा है। वहीं, बिहार और उत्तर प्रदेश में कुछ जगह फिल्म रिलीज हुई और कुछ जगह नहीं। पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों में फिल्म शांतिपूर्ण तरीके से रिलीज हुई है।

पद्मावत फिल्म के विरोध में मंगलवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने शहर में रैली निकालकर कलक्ट्रेट व मल्टीप्लेक्स पर विरोध-प्रदर्शन किया। प्रतापनगर चौराहे पर करीब आधा घंटा जाम कर विरोध स्वरूप टायर जलाए। सिनेमाघरों के प्रबंधकों ने उन्हें उदयपुर में फिल्म प्रदर्शित नहीं करने का लिखित में भी दिया।

इस दौरान विभिन्न स्थानों पर एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात रहा। फिल्म के प्रदर्शन की सूचना पर शाम को करणी सेना के जिलाध्यक्ष दिग्विजय सिंह बाठेड़ा के नेतृत्व में कार्यकर्ता सेवाश्रम चौराहे पर एकत्र हुए, जहां से सभी वाहन रैली निकालते हुए सूरजपोल, देहलीगेट होते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में उन्होंने मेवाड़ संभाग में फिल्म के प्रदर्शन पर पूरी तरह से रोक लगाने व विभिन्न विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत चल रहे घूमर पर रोक लगाने की मांग की।

मल्टीप्लेक्स पर भी प्रदर्शन
कलक्टे्रट से सभी कार्यकर्ता वाहन से सेलिब्रेशन मॉल पहुंचे, जहां पर एहतियात के तौर पर पहले से लोग बाहर निकल गए। सुखेर थाना पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। बाद में सभी आयड़ स्थित लेकसिटी मॉल पहुंचे, जहां पर भी सभी ने प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया। दोनों ही जगह पर सिनेमागृह प्रबंधकों ने कार्यकर्ताओं को लिखित में फिल्म प्रदर्शन नहीं करने का आश्वासन दिया।

प्रतापनगर पर लगाया जाम
मॉल्स पर प्रदर्शन के बाद सभी प्रतापनगर चौराहे पर पहुंचे, जहां पर करीब आधे घंटे तक जाम लगाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान चौराहे के चारों तक वाहनों की लम्बी कतारे लग गई। चौराहे पर कई वाहन फंस गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के जाने के बाद पुलिस ने यातायात बहाल किया।

इतिहास सुरक्षित करना सरकार की जिम्मेदारी
पूर्व उप महापौर महेंद्रसिंह शोखावत ने कहा कि संस्कृति और इतिहास देश का होता है, इसको सुरक्षित करने का जिम्मा केंद्र सरकार का होता है। सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाया। इस ढिलाई के चलते लोग सडक़ों पर आए हैं।

संजय की लीला पर बनाई शॉर्ट फिल्म
शहर के युवा प्रवीण रतलिया ने ऐलान किया है कि पद्मावत के साथ संजय की लीला भी प्रसारित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस फिल्म के सभी पात्र काल्पनिक होंगे, लेकिन कहीं न कहीं इस फिल्म में संजय लीला भंसाली के अतीत का आभास होगा। यह फिल्म पांच मिनट की होगी, जिसे यूट्यूब पर लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पद्मावत फिल्म को लेकर वे और उनकी युवा टीम आहत है। ऐसे में यह शॉर्ट फिल्म बनाने का निर्णय किया गया है महारानी पद्मिनी पूरे मेवाड़ की आदर्श हैं, उनके चरित्र को अनुचित तरीके से दर्शाया जाना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मुकेश पटेल इसके निर्देशक होंगे।

इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
भीण्डर मित्र मंडल की कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को हुई। इसकी अध्यक्षता पंकज गांगावत ने की। बैठक में पद्मावत फिल्म का पूरजोर विरोध किया गया। बताया कि पद्मावत फिल्म सिर्फ एक समाज ही नहीं सर्वसमाज का मामला है क्योंकि कल किसी ओर से समाज के साथ भी खिलवाड़ हो सकता है। गौरवशाली इतिहास के साथ की जा रही छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर सचिव हितेश व्यास, उपाध्यक्ष गुलाब सेन, कुबेर सिंह चावड़ा, कोषाध्यक्ष अशोक वया, सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।